1. लोगों को genuinely like करिए :
जब हम किसी से मिलते हैं तो मन में उस person की एक image बना लेते हैं. ये image positive, negative या neutral हो सकती है. पर अगर हम अपनी personality improve करना चाहते हैं तो हमें इस image को intentionally positive बनाना होगा. हमें अपने mind को train करना होगा कि वो लोगों में अच्छाई खोजे बुराई नहीं. ये करना इतना मुश्किल नहीं है, अगर आप mind को अच्छाई खोजने के लिए निर्देश देंगे तो वो खोज निकालेगा.
हमें लोगों के साथ patient होना चाहिए, उनकी किसी कमी या shortcoming से irritate होने की बजाये खुद को उनकी जगह रख कर देखना चाहिए. क्या पता अगर हम भी उन्ही जैसे circumstances में पले-बढे होते तो उन जैसे ही होते!!! इसलिए differences को सेलिब्रेट करिए उनसे irritate मत होइये.
Friends, हमारे चारो -तरफ फैली negativity हमें बहुत प्रभावित करती है, हम रोज़ चोरी, धोखा-धडी, fraud की खबरें सुनते हैं और शायद इसी वजह से आदमी का आदमी पर से विश्वास उठता जा रहा है. मैं ये नहीं कहता की आप आँख मूँद कर लोगों पर trust करिए, पर ये ज़रूर कहूँगा कि आँख मूँद कर लोगों पर distrust मत करिए. ज्यादातर लोग अच्छे होते हैं; कम से कम उनके साथ तो होते ही हैं जो उनके साथ अच्छा होता है, आप लोगों के साथ अच्छा बनिए, उन्हें like करिए और बदले में वे भी आपके साथ ऐसा ही करेंगे.
तो जब हर कोई हमसे किसी न किसी रूप में बेहतर है तो उसे like तो किया ही जा सकता है!Ralph Waldo Emersonने कहा भी है, मैं जिस व्यक्ति से भी मिलता हूँ वह किसी ना किसी रूप में मुझसे बेहतर है.
2. मुसकुराहट के साथ मिलिए :
जब आप अपने best friend से मिलते हैं तो क्या होता है? आप एक दूसरे को देखकर smile करते हैं, isn’t it?
मुस्कराना जाहिर करता है कि आप सामने वाले को पसंद करते हैं. यही बात हर तरह की relations में लागू होती है; इसलिए आप जब भी किसी से मिलें ( of course कुछ exceptions हैं ) तो चहरे पर एक genuine smile लाइए, इससे लोग आपको पसंद करेंगे, आपसे मिलकर खुश होंगे. आपकी मुस्कराहट के जवाब में मुस्कराहट न मिले ऐसा कम ही होगा, और होता भी है तो let it be आपको अपना part अच्छे से play करना है बस.
ये सुनने में काफी आसान लग रहा होगा, करना ही क्या है, बस हल्का सा smile ही तो करना है, बहुत से log naturally ऐसा करते भी हैं; पर बहुत से लोग इस छोटी सी बात पर गौर नहीं करते, और अगर आप भी नहीं करते तो इसे अपनी practice में लाइए. एक मुस्कुराता चेहरा एक flat या stern face से कहीं अधिक आकर्षक होता है, और आपकी personality को attractive बनाने में बहुत मददगार होता है.
मुस्कुराने से एक और फायदा भी है, as per some research; जब हम अन्दर से खुश होते हैं तो हमारे एक्सटर्नल expressions उसी हिसाब से change हो जाते हैं, हमें देखकर ही लोग समझ जाते हैं कि हम खुश हैं; और ठीक इसका उल्टा भी सही है, यानि जब हम अपने बाहरी expressions खुशनुमा बना लेते हैं तो उसका असर हमारे internal mood पर भी पड़ता है और वो अच्छा हो जाता है.
So, don’t forget to carry a sweet smile wherever you go.
3. नाम रहे ध्यान :
किसी व्यक्ति के लिए उसका नाम दुनिया के बाकी सभी नामों से ज्यादा importance रखता है. इसिलए जब आप किसी से बात करें तो बीच-बीच में उसका नाम लेते रहिये. Of course अगर व्यक्ति आपसे senior है तो आपको नाम के साथ ज़रूरी suffix या prefix लगाना होगा.
बीच-बीच में नाम लेने से सामने वाला अपनी importance feel करता है और साथ ही आपकी तरफ ध्यान भी अधिक देता है. And definitely वो इस बात से खुश होता है कि आप उसके नाम को importance दे रहे हैं.
Friends, नाम याद रखने में मैं भी थोडा कच्चा था, यहाँ तक कि कई बार नाम जानने के 2 minute बाद ही वो ध्यान से उतर जाता था. ऐसा basically इसलिए होता था क्योंकि मैं नाम याद रखने की कोशिश ही नहीं करता था; पर अब मैं intentionally एक बार नाम सुनने के बाद उसे याद रखने की कोशिश करता हूँ. आप भी “नाम की महत्ता को समझिये ”, नाम याद रखना आपको एक बहुत बड़ी edge दे देता है.
4. “I” से पहले “You” को रखिये:
आप किसे अधिक पसंद करेंगे : जो अपने मतलब की बात करे या उसे जो आपके मतलब की बात करे?
Of course आप दूसरा option choose करेंगे …हर एक इंसान पहले खुद को रखने में लगा हुआ है …मैं ऐसा हूँ, मुझे ये अच्छा लगता है, मैं ये करता हूँ ….isn’t it? पर आप इससे अलग करिए आप “I” से पहले “You” को रखिये.
आप कैसे हैं “, आपको क्या अच्छा लगता है?, आप क्या करते हैं ?
I bet, ऐसा करने से लोग आपको कहीं अधिक पसंद करेंगे. अगर अपनी बात करूँ तो अगर आप मुझसे AKC के बारे में बात करेंगे तो मैं आपको बहुत पसंद करूँगा. 🙂
सिर्फ actors, cricketers, या writers ही नहीं एक आम आदमी भी audience चाहता है …जब आप एक आम आदमी के audience बनते हैं तो आप उसके लिए ख़ास हो जाते हैं. और जब आप बहुत से लोगों के साथ ऐसा करते हैं तो आप बहुत से लोगों के लिए ख़ास हो जाते हैं and in the process आप एक Person से बढ़कर एक Personality बन जाते हैं, एक ऐसी personality जिसे सभी पसंद करते हैं, जिसका charisma सभी को influence कर जाता है.
5. बोलने से पहले सुनिए:
इसे आप पॉइंट 4 का extension कह सकते हैं. जब आप दूसरे में interest लेते हैं तो इसमें ईमानदारी होनी चाहिए. आपने “आप क्या पसंद करते हैं?” इसलिए नहीं पूछा कि बस वो जल्दी से अपना जवाब ख़तम करे और आप अपनी राम-कथा सुनाने लग जाएं.
आपको सामने वाले को सिर्फ पहले बोलने का मौका ही नहीं देना है, बल्कि उसकी बात को ध्यान से सुनना भी है और बीच-बीच में उससे related और भी बातें करनी हैं. For ex: अगर कोई कहता है कि उसे घूमने का शौक है, तो आप उससे पूछ सकते हैं कि उसकी favourite tourist destination क्या है, और वहां पर कौन-कौन सी जगह अच्छी हैं.
अच्छे listeners की demand कभी कम नहीं होती आप एक अच्छा listener बनिए और देखिये कि किस तरह आपकी demand बढ़ जाती है.
6. क्या कहते हैं से भी ज़रूरी है कैसे कहते हैं :
आप जो बोलते हैं उससे भी अधिक महत्त्व रखता है कि आप कैसे बोलते हैं. For ex. आपसे कोई गलती हुई और आप मुंह बना कर sorry बोलते हैं तो उस sorry का कोई मतलब नहीं. हमें न सिर्फ सही words use करने हैं बल्कि उन्हें किस तरह से कहा जा रहा है इस बात का भी ध्यान रखना है.
इसलिए आप अपनी tone और body language पे ध्यान दीजिये, जितना हो सके polite और well-mannered तरीके से लोगों से बात करिए.
यहाँ मैं ये भी कहना चाहूँगा कि बहुत से लोग English बोलने की ability को Personality से relate कर के देखते हैं, जबकि ऐसा नहीं है, आप बिना A,B,C जाने भी एक प्रभावशाली व्यक्तित्व वाले इंसान बन सकते हैं.
7. बिना अपना फायदा सोचे लोगों की help करिए :
कई बार हम ऐसी स्थिति में होते हैं कि दूसरों की help कर सकें, पर out of laziness या फिर ये सोचकर कि इसमें हमारा कोई फायदा नहीं है हम help नहीं करते. पर एक pleasant personality वाला व्यक्ति लोगों की help के लिए तैयार रहता है. हाँ, इसका ये मतलब नहीं है कि आप अपने ज़रूरी काम छोड़ कर बस लोगों की help ही करते रहे, लेकिन अगर थोडा वक़्त देने पर आप किसी के काम आ सकते हैं तो ज़रूर आएं. आपकी एक selfless help आपको दूसरों की ही नहीं अपनी नज़रों में भी उठा देगी और आप अच्छा feel करेंगे.
आपने सुना भी होगा; “A little bit of fragrance always clings to the hands that gives you roses”
8. अपने external appearance को अच्छा बनाइये :
चूँकि हमारा पहला impression हमारी appearance की वजह से ही बनता है इसलिए इस point पर थोडा ध्यान देने की ज़रुरत है.
Appearance से मेरा ये मतलब नहीं है कि आप Gym जाने लगिए और body बनाइये, या फिर beauty parlour के चक्कर लगाते रहिये, it simply means कि आप occasion के हिसाब से dress-up होइये और personal hygiene पर ध्यान द्जिये. छोटी–छोटी बातें जैसे कि आपका hair-cut, nails और polished shoe आपकी personality पर प्रभाव डालते हैं.
9. क्या appreciate कर सकते हैं खोजिये :
चाहे मैं हूँ, आप हों, या फिर Mr. Bachchan, तारीफ सुनना सबको पसंद है. लोगों का दिल जीतने का और अपना friend बनाने का ये एक शानदार formula है …प्रशंशा कीजिये, सच्ची प्रशंशा कीजिये.
India में ना जाने क्यों किसी की तारीफ़ करना इतना कठिन हो जाता है … शादियों में जो ऑर्केस्ट्रा होती है उसमे ज़रूर गए होंगे ….बेचारा गायक एक शानदार गीत गाता है है और तालियाँ बजाने की बजाये लोग एक -दूसरे के चेहरे देखने लगते हैं …; अच्छा हुआ मैं orchestra में नहीं गाता नहीं तो ऐसी audience की वजह से depression में चला जाता. |
खैर, मैं यहाँ individual level पे praise करने की बात कर रहा हूँ. अगर आप खोजेंगे तो हर इंसान में आपको तारीफ करने के लिए कुछ न कुछ दिख जाएगा; वो कुछ भी हो सकता है-उसका garden, coins का collection, बढियां से सजाया कमरा, उसकी smile, उसका नाम, कुछ भी, खोजिये तो सही आपको दिख ही जायेगा. और जब दिख जाए तो दब्बू बन कर मत बैठे रहिये, किसी की तारीफ़ करके आप उसे वो देंगे जो वो दिल से चाहता है …आप उसकी ख़ुशी को बढ़ा देंगे, उसका दिन बना देंगे, और सबसे बड़ी चीज आप उसे वो काम आगे भी carry करने के लिए fuel दे देंगे. अगर सामने बोलने से हिचकते हैं तो बाद में एक sms कर दीजिये, मेल से बता दीजिये, पर अगर कुछ praiseworthy है तो उसे praise ज़रूर करिए.
हाँ अगर बहुत कोशिश करने पर भी वो ना मिले तो don’t try to fake it…बच्चे भी समझ जाते हैं कि आप सच्ची तारीफ कर रहे हैं या झूठी.
10. लगातार observe और improve करते रहिये :
Personality development एक on-going process है. हम सब में improvement का infinite scope है, इसलिए कभी ये मत समझिये कि बस अब जिंतना improvement होना था हो गया, बल्कि अपने लिए कुछ समय निकाल कर अपनी activities, अपने words को minutely observe करिए, आपने क्या किया, आप उसे और अच्छा कैसे कर सकते हैं, कहीं ऐसा तो नहीं कि आप किसी चीज को लेकर खुद को तीस-मारखां समझ रहे हैं और हकीकत में लोग आपकी इस बात को पसंद नहीं करते.
For ex. कुछ साल पहले मैंने realize किया कि लोगों में जल्दी improvement लाने के चक्कर में मैं इतने अधिक mistakes point out कर देता कि उनका confidence कम हो जाता; so I improved on this point और अब मैं patiently ये काम करता हूँ. आप भी इस रास्ते पर बढ़ते हुए खुद को observe करते चलिए, और लगातार improve करते जाइये.
I hope ये 10 बातें आपको अपनी personality pleasant बनाने में help करेंगी.
अब क्या करना है?
अब आपको इन दस बातों की बारी-बारी से प्रैक्टिस करनी है. To start with आप अपनी पसंद का कोई एक point choose कर लें, ध्यान रहे कि एक बार में सिर्फ और सिर्फ एक point पर ही focus करना है. Choose करने के बाद इसे real life में apply करें. अपनी day-today activities में खुद पर नज़र रखें और देखें कि आप सचमुच उसे apply कर पा रहे हैं या नहीं. जब एक हफ्ते ऐसा कर लें तो दूसरे point को उठाएं और अब उसकी practice करें. इस दौरान आप पहले point को भी apply करते रहे, पर अगर वो miss भी हो जाता है तो don’t worry फिलहाल आपका focus point 2 है, और वो नहीं miss होना चाहिए.
इसी तरह से आप बाकी points की भी practice करते रहिये, और कुछ ही महीनो में आप पाएंगे कि एक साथ सारी बातों पर ध्यान दे पा रहे हैं. Just be patient and keep on moving, and surely आप जल्द ही एक pleasant personality के मालिक होंगे.